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जिला कलेक्टर ने सैक्टर अधिकारियों, प्रशासनिक अधिकारियों की ली बैठक, दिये आवश्यक दिशा—निर्देश

जिला कलेक्टर ने सैक्टर अधिकारियों, प्रशासनिक अधिकारियों की ली बैठक, दिये आवश्यक दिशा—निर्देश


50 ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त्, मेला क्षेत्र में डीजे पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगा, मेला अवधि के दौरान स्नान कुंड पूर्णतया बंद रहेगा

भंडारों की अनुमति मेला मजिस्ट्रेट खाटूश्यामजी क्षेत्र में तथा उपखंड अधिकारी रींगस द्वारा दी जाएगी

सीकर 25 फरवरी ( बी एल सरोज ) जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा ने मंगलवार को खाटूश्यामजी में सांवरिया धर्मशाला में खाटूश्यामजी मेले में नियुक्त सैक्टर मजिस्ट्रेट, प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक लेकर मेले में कानून व्यवस्था बनाये रखने के संबंध में आवश्यक दिशा—निर्देश दिये। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा​ कि श्याम मेले में आने वाले श्रृदालुओं को सुगमता के साथ श्याम दर्शन हो सके। इसके लिए सौंपे गये दायित्वों का भली—भाति निर्वहन करें। उन्होंने बताया कि श्री श्याम फाल्गुन वार्षिक लक्खी मेला 2025 के लिए जिला प्रशासन द्वारा व्यापक तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। 

प्रशासनिक व्यवस्था इस प्रकार रहेगी :— जिला कलेक्टर शर्मा ने बताया कि प्रशासनिक व्यवस्थाओं में फाल्गुन मेला 2025 के दौरान संपूर्ण मेला क्षेत्र को 9 सैक्टर में विभाजित किया गया है, सैक्टर एक श्री श्याम मंदिर परिसर एवं मेला मजिस्ट्रेट कंट्रोल रूम, 75 फीट मैदान, सेवक गेट, मंदिर निकासी मार्ग गुवाड़, चौक, लखदातार होटल एवं बाबा पार्किंग तक का क्षेत्र है। वहीं 75 फीट मैदान के बाहर से कुमावतों का खेत, 40 फीट मार्ग के प्रवेश तक का संपूर्ण क्षेत्र सैक्टर 2 के अंतर्गत रखा गया है। उन्होंने बताया कि लामियां तिराहा एवं लखदातार मैदान का संपूर्ण क्षेत्र सैक्टर 3 के अंतर्गत रखा जाएगा। सीतारामपुरा जोहड़ी से चारण खेत मैदान से केरपुरा तिराहा होते हुए रींगस रोड़ तक संपूर्ण डायर्वजन मार्ग सैक्टर नंबर 4 के अंतर्गत रखा गया है। पावर ग्रिड, खाटूश्याम विकास सोसायटी, श्याम कुंड, मोदी चौक, रींगस रोड़ से तोरण द्वार, अस्पताल चौराहा, मंढा चौराहा व बस स्टैंड तक का खाटू शहर का मध्य भाग सैक्टर 5 के अंतर्गत रखा गया है। अलोदा तिराहा से दांता रोड़, पीडब्लयूडी चौकी मंदिर के पीछे थाने के आस-पास का क्षेत्र व 2 तारीख धर्मशाला से होते हुए लाला मांगेराम धर्मशाला की दांए तरफ से लखदातार मैदान तक नए मार्ग का संपूर्ण क्षेत्र सैक्टर 6 के अंतर्गत रखा गया है। यातायात पार्किंग में मंढा खाटू सड़क से रींगस-खाटू सड़क व खाटू पलसाना के मध्य का संपूर्ण यातायात पार्किंग क्षेत्र सैक्टर 7 के अंतर्गत रखा गया है। रींगस—खाटू मंढा मोड़ से सरगोठ एवं संपूर्ण रींगस कस्बा क्षेत्र सैक्टर 8 के अंतर्गत रखा गया है। पुलिस थाना, कबूतर चौक, राजू की चेन, अस्पताल में अयोध्या तिराहा, सैक्टर नंबर 9 के अंतर्गत रखा गया है। 
उपखंड मजिस्ट्रेट दांतारामगढ़ मौनिका सामोर को मेला मजिस्ट्रेट तथा तहसीलदार दांतारामगढ़ महीपाल सिंह राजावत को सहायक मेला मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है, साथ ही समस्त सैक्टरों के लिए पारी  वार प्रत्येक सैक्टर में मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है, साथ ही पुलिस अधिकारियों की भी नियुक्ति की गई है। अतिरिक्त जिला कलेक्टर स्तर के अधिकारियों को मेले का समग्र प्रभारी नियुक्त किया गया है, मेला अवधि के दौरान मेला मजिस्ट्रेट कार्यालय 24 घंटे संचालित किया जायेगा। 

पुलिस प्रशासन व्यवस्था :—  पुलिस जाप्ता तैनात करने के लिए 22 सैक्टर बनाए गए हैं जिसमें 75 फीट प्रवेश द्वार से निकास द्वार तक सैक्टर नंबर 1, वात्सल्य भवन 75 फीट प्रवेश द्वार के बाहर का क्षेत्र, 40 फीट रोड, कुमावत खेत, शमशान मार्ग के क्षेत्र को सैक्टर नंबर 2 के अंतर्गत रखा गया है। लाला मांगेराम धर्मशाला से रूलानियां ढाणी होते हुए लखदातार ग्राउंड के प्रवेश द्वार तक सैक्टर नंबर 3, लखदातार ग्राउंड में सैक्टर नंबर 4, चारण खेत प्रवेश द्वार से निकास द्वार तक सैक्टर नंबर 5, चारण खेत निकास से लखदातार ग्राउंड के प्रवेश द्वार सीतारामपुरा पार्किंग तक सैक्टर नंबर 6, चारण खेत प्रवेश द्वार से मेला  डायवर्जन रींगस रोड़ तक सैक्टर नंबर 7, तोरण गेट पर सैक्टर नंबर 8, मंडा चौराहा, अस्पताल चौराहा, संस्कृत स्कूल, जवाहर पांडया की दुकान, प्राइवेट बस स्टैंड पुरानी नगरपालिका तक सैक्टर नंबर 9, अलोदा तिराहा, सीकर धर्मशाला, थाना मोड़, पीडब्लयूडी, जगन सर्किल सैक्टर संख्या 10,  थाना मोड़ से मित्र मंडल, 2 तारीख धर्मशाला, लखदातार होटल, बाबा पार्किंग, गुवाड़ चौक सैक्टर नंबर 11,  कबूतर चौक, श्याम कुंड, रामजी द्वार, चंदनमल धर्मशाला, राजू की चैन, कानपुर धर्मशाला निकास तक सैक्टर संख्या 12 में, मेला डाईवर्जन रींगस रोड से टोल तक सैक्टर नंबर 13, टोल रोड से रींगस एवं कस्बा रींगस, शाहपुरा कट एनएच 52 तक सैक्टर संख्या 14, शाहपुरा मोड, मंढा मोड़़, सांवलपुरा तिराहा 52/11 तक सैक्टर संख्या 15,  मंढा मोड़ से हनुमानपुरा रोड़ होते हुए 52 बीघा पार्किंग तक सैक्टर संख्या 16 में, संपूर्ण 52 बीघा पार्किंग तक का क्षेत्र सैक्टर 17 में,  52 बीघा पार्किंग से निकास शाहपुरा होते हुए सैक्टर संख्या 18 में, सांवलपुरा तिराहे से किसान गोशाला पार्किंग, सांवलपुरा-अलौदा तिराहा तक सैक्टर संख्या 19, किसान गौशाला पार्किंग से कोलायत पेट्रोल पंप, अलौदा, गोवटी एनएच 52/11 की तरफ का निकास मार्ग सैक्टर संख्या 20 में, पुलिस मोबाईल पार्टी, सिग्मा, केन, गैस पार्टी सैक्टर संख्या 21 में, कंट्रोल रूम, रिजर्व पार्टियां, वींआईपी व्यवस्था, सीसीटीवी निगरानी व अन्य व्यवस्थाएं सैक्टर संख्या 22 के अंतर्गत रखी गई है।

यातायात व्यवस्था:— 

रींगस से खाटूश्यामजी मार्ग पैदल यात्रियों के कारण यातायात निषेध क्षेत्र रहेगा, इसलिए खाटूश्यामजी पहुंचने के लिए मुख्यतः एनएच 52 से मंढा रोड होते हुए खाटूश्यामजी (वन-वे) लामियां रोड होते हुए खाटूश्यामजी रहेगा, सांवलपुरा रोडवेज, दांता रोड़ आगमन सड़क रहेगी।

मंढा मोड रोड से आने वाले वाहनों के लिए मुख्य पार्किंग 52 बीघा मुख्य पार्किंग रहेगी। लामियां रोड से आने वाले सीतारामपुरा जोहड़ी पार्किंग व्यवस्था रहेगी, सांवलपुरा रोड़ से आने वाले वाहनों के लिए सांवलपुरा में स्थित चारागाह भूमि में किसान गौशाला की भूमि में पार्किंग की व्यवस्था रहेगी तथा यहां रूट की बसों के अलावा जो शेष वाहन होंगे उनकी भी पार्किंग यहीं होगी। दांता रोड से आने वाले वाहनों के लिए पीडब्ल्यूडी मोड़ के पास स्थित भूमि में पार्किंग रहेगी, मंढा गांव में विकल्प पार्किंग के तौर पर रिजर्व पार्किंग रखी गई है, समस्त वाहनों के पार्किंग की क्षमता क्षमता लगभग 30 से 35 हजार वाहनों की रहेगी।

नवाचार :— 

पार्किंग व्यवस्था मेलों में पार्किंग का अनुभव रखने वाली संस्था द्वारा डिजिटल पार्किंग की जाएगी जो कि अलबेस्ड ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर तकनीक पर लोड बैलेंसिंग आधार पर की जायेगी। दर्शन के लिए निर्धारित समस्त 14 लाइनों में रियल टाइम मॉनिटरिंग  डीएफएमडी विद हेड काउंटिंग लगाए गए हैं।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व्यवस्था:— 

खाटूश्यामजी में स्थित उप जिला अस्पताल को मुख्य अस्पताल के रूप में काम में लिया जाएगा, मेला क्षेत्र में 12 अस्थाई मेडिकल कैंप लगाए जाएंगे इसके अलावा मेला मजिस्ट्रेट की अनुमति से सामाजिक संस्थाओं एवं समाज सेवी द्वारा भी मेडिकल कैंप लगाए जाएंगे। सर्वाधिक भीड़ वाले स्थान लखदातार निकास पर एक कंटीन्जेंसीज अस्थाई रेफरल अस्पताल भी तैयार किया जाएगा। मेडिकल कैंपों के अतिरिक्त मोबाइल मेडिकल टीमों का गठन किया जाएगा एवं प्रत्येक सैक्टर ऑफिसर के साथ भी अतिरिक्त मेडिकल कार्मिक नियुक्त किए जाएंगे। मेले के दौरान विभिन्न स्थानों पर 22 एंबुलेंस रहेंगी जिनमें से दो लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस होगी एवं दो बाइक एंबुलेंस रहेंगी। ट्रोमा सेंटर के रूप में तीन उप जिला अस्पताल रींगस, एसके अस्पताल सीकर, किशनगढ़—रेनवाल व आवश्यकता पड़ने पर जयपुर रैफर किया जायेगा। इस दौरान 325 डॉक्टर में नर्सिंग स्टाफ को चिकित्सा व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए तैनात किया जाएगा।


दर्शन व्यवस्था :— 

 दर्शन के लिए डायवर्जन बिंदु से केरपुरा तिराहा से चारण खेत व लखदातार मैदान ज़िग जैग होते हुए 40 फीट मार्ग से होकर 75 फीट की 14 लाइनों में प्रवेश दिया जाएगा। जिसकी लगभग दूरी 8 से 9 किलोमीटर है।
 दिव्यांग एवं विशेष योग्यजन के लिए मंदिर तक पहुंचने के लिए ई—रिक्शा की व्यवस्था एवं दर्शन के लिए व्हीलचेयर एवं स्वयंसेवकों की नियुक्ति भी 
 की गई है । उन्होंने बताया कि दर्शन के लिए निर्धारित की गई 14 लाइनों से दर्शन उपरांत निकास के लिए प्रथम दो लाइनों का निकास गुवाड़ चौक की तरफ, मध्य की 8 लाइनों का निकास पुराने मेला मजिस्ट्रेट कंट्रोल रूम से बनाई गई निकास से होकर मुख्य बाजार से एवं अंतिम चार लाइनों का निकास कबूतर चौक से जैन मंदिर वाली गली से होकर अस्पताल रोड़ पर किया जाएगा।

वाहनों की निकासी व्यवस्था:—

मुख्य निकास मार्ग 52 बीघा मुख्य पार्किंग से शाहपुरा रोड से होते हुए एनएच 52 पर वन—वे निकास रहेगा। इसके अतिरिक्त अलोदा रोड, लामियां रोड व दांता रोड निकास मार्ग रहेंगे।

सुरक्षा व्यवस्था एवं संचार:—

मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के मध्यनजर 50 ड्यूटी मजिस्ट्रेट एवं 5000 से अधिक का पुलिस जाप्ता नियुक्त किया गया है, इसके अतिरिक्त मेला मजिस्ट्रेट कार्यालय से लगभग 100 से अधिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी। इसके साथ ही लगभग 1000 से 1500 स्काउट एवं  एनसीसी कैडेट एवं 3 से 4 मंदिर के स्वयंसेवकों द्वारा सेवाएं दी जाएगी। इनके अतिरिक्त मंदिर कमेटी द्वारा भी लगभग एक हजार निजी सुरक्षा संस्थानों के जवान नियुक्त किए जाएंगे।

संचार व्यवस्था के लिए मंदिर कमेटी द्वारा 100 वॉकी- टॉकी तथा पीए सिस्टम की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक सैक्टर में हेल्प डेस्क स्थापित की जाएगी।

पेयजल व्यवस्था:—

श्रृद्धालुओं के लिए स्वच्छ पानी की उपलब्धता जलदाय विभाग एवं मंदिर कमेटी द्वारा जल मंदिर व वाटर स्टेशन बनाए जाएंगे। मंदिर कमेटी के माध्यम से लगभग एक करोड़ से अधिक पानी के पाऊच भी तैयार करवाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त प्रत्येक सैक्टर में 5 हजार अतिरिक्त पानी के पाऊच रखे जाएंगे।

पूछताछ केंद्र:—

पुलिस थाना खाटूश्यामजी, मंदिर निकास पर, मेला मजिस्ट्रेट कार्यालय,  नगरपालिका कार्यालय, लखदातार मैदान के निकास पर कुल पांच पूछताछ केंद्र स्थापित किए जाएंगे। संपूर्ण मेला क्षेत्र में सूचना देने के लिए स्पीकरों की व्यवस्था की जाएगी। मेला क्षेत्र में डीजे पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगा। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एक समर्पित सहायता केंद्र मेला मजिस्ट्रेट कार्यालय में बनाया गया है। जिला स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया गया है जिसकी निगरानी अभय कमांड द्वारा की जाएगी।
भंडारों की अनुमति मेला मजिस्ट्रेट द्वारा खाटूश्याम जी क्षेत्र में तथा उपखंड अधिकारी रींगस द्वारा दी जाएगी। मेला अवधि के दौरान स्नान कुंड पूर्णतया बंद रहेगा।

सड़क व्यवस्था:— 

खाटूश्याम जी मंदिर को जोड़ने वाली सड़कों का कार्य सार्वजनिक निर्माण विभाग एवं नगरपालिका द्वारा 26 फरवरी 2025 तक पूर्ण किया जाएगा।

अन्य व्यवस्थाएं:— 

मंदिर परिसर एवं खाटूश्यामजी में सफाई व्यवस्था के लिए मंदिर कमेटी एवं नगर पालिका के 300 सफाई कार्मिक निरंतर कार्य करेंगे। इसके अतिरिक्त स्वयंसेवी संस्थाओं के लगभग 1 हजार से 1500 स्वयंसेवी
 सफाई करेंगे। संपूर्ण कस्बे में 18 अग्निशमन वाहन तैनात किए जाएंगे। इनमें फायर बाइक की व्यवस्था भी रहेगी। मंदिर कमेटी द्वारा सजावट एवं अस्थाई डोम पर अग्निरोधक रसायन का छिड़काव किया जाएगा। मंदिर कमेटी द्वारा संपूर्ण कस्बे एवं पार्किंग स्थलों पर लगभग 400 से अधिक सीसीटीवी लगाएं जाएंगे, जिनकी निगरानी के लिए 6 कंट्रोल रूम बनाए गए  है। साथ ही निगरानी के लिए मंदिर कमेटी द्वारा जोनवार ड्रोन नियोजित किए जाएंगे।
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