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सीकर में अमृता हाट मेलें का शुभारंभ

सीकर में अमृता हाट मेलें का शुभारंभ


सीकर में अमृता हाट मेले का हुआ शुभारंभ

राज्य मंत्री मंजू बाघमार ने किया विधिवत शुभारंभ 

बी एल सरोज की रिपोर्ट..
 
सीकर में महिला अधिकारिता विभाग एवं जिला उद्योग केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को सीकर शहर के जयपुर रोड स्थित अरबन हाट बाजार में सात दिवसीय अमृता हाट एवं शेखावाटी उद्योग मेले का विधिवत शुभारंभ महिला अधिकारिता विभाग की राज्य मंत्री मंजू बाघमार ने किया। शुभारंभ की अवसर पर धोद विधायक गोरधन वर्मा, पूर्व सांसद सुमेधानंद सरस्वती, जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा, महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक राजेंद्र कुमार चौधरी, जिला उद्योग केंद्र की महाप्रबंधक विकास सिहाग सहित अनेक अधिकारी मौजूद रहे।

राज्य मंत्री मंजू बाघमार ने अमृता हाट मेले में स्टॉल लगाने वाली महिला उद्यमियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा राज्य सरकार की ओर से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और आगे बढ़ाने के लिए इस तरह के मेले और प्रदर्शनी का आयोजन करती हैं। ताकि महिलाएं अपना प्रोडक्ट मेले के माध्यम से बेच सके और मुनाफा कमाकर आत्मनिर्भर आत्मनिर्भर बन सके। इसलिए अमृता हाट मेले में महिलाओं को निशुल्क स्टॉल उपलब्ध करवाए जाते हैं ताकि उनको एक मार्केट मिल सके और ग्रामीण अंचल की महिलाएं यहां आकर अपना प्रोडक्ट भेज सके और मुनाफा कमा कर आगे बढ़ सके।

महिला अधिकारिता विभाग सीकर के उपनिदेशक राजेन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन वोकल फॉर लोकल की थीम पर अमृता हाट का आयोजन किया गया है। जिसमें लोक संस्कृति, लोक कला, लोक नृत्य, लोक वेष-भूषा, स्थानीय राजस्थानी खान-पान, लोकल हस्तकला को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान किया गया है। अमृता हाट में पारम्परिक वेष-भूषा जैसे चुनड़ी, पोमचा, लहंगा, धोती-कुर्ता, पट्टू, खेश पारम्परिक देशी व्यजंन जैसे खीचड़ी, राबड़ी, दाल-बाटी- चूरमा, बाजरे व मक्के की रोटी, कैर व सांगरी की सब्जी, लहसून की चटनी, तिलकुटा अचार आदि व्यंजनो को बाजोट लगाकर भोजन परोसा जायेगा। लोकनृत्य - गिन्दड नृत्य, घूमर नृत्य, कच्ची घोड़ी नृत्य, मेव नृत्य कालबेलीयां नृत्य एवं ओपन ऐयर थियेटर, कैफेटेरिया, फूड जॉन, लजीज व्यंजन, अमृता हाट में बच्चो के मनोरंजन के लिए झूले, किड्स जॉन, सेल्फी जॉन, सांस्कृतिक संध्या, विभिन्न खेल-कूद प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जा रहा है। इस आयोजन से दूर दराज के क्षेत्रों में कार्यरत महिला उद्यमियों की भागीदारी, उनके उत्पादों की बिक्री और मार्केटिंग का अवसर मिलेगा। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महिला अधिकारिता विभाग एवं उद्योग विभाग की अनूठी पहल हैं, जहां महिला उद्यमियों और महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों के विपणन के लिए बाजार उपलब्ध करवाया गया हैं।

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