घूमंतु समाज के लोग भूख हड़ताल पर ..
घुमंतू समाज भूख हड़ताल चौथे दिन आंदोलन में रणनीतिक फेरबदल
जयपुर ( दीपक सैन) खो नागोरिया थाने पर भू माफिया से समझौता करने एवं आंदोलन को कुचलने के लिए झूठ का सहारा लेने का आरोप
भारत जोड़ो मिशन सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष अनीष कुमार नाडार ने जयपुर में घुमंतू समाज पर भूमाफिया से समझौता करने एवं भूमाफिया के तथा भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए चल रहे भूख हडताल को कुचलने के लिए जयपुर के खो नागोरियान थाने पर दबाव बनाने एवं कुचक्र का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया हैं, भारत जोड़ो मिशन सोसाइटी ने मामले की शिकायत प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, एवं भाजपा के घुमंतू प्रकल्प के राष्ट्रीय अध्यक्ष दुर्गादास से करते हुए तुरंत प्रभाव से लिप्त पुलिस अधिकारियों तथा अन्य अधिकारियों पर उचित कार्रवाई करने की मांग की हैं,
अनीष कुमार नाडार ने बताया कि चौथे दिन शुक्रवार को खो नागोरियान थाने का एक पुलिसकर्मी आया और माता रानी के मंदिर में धरना देकर बैठे धरनार्थियों को कहा कि मैंने जूते पहन रखे हैं अंदर नहीं आ सकता आप लोग बाहर आ जाओ और जैसे ही धरनार्थि बाहर आये उसने खाली स्थान का फोटो खींच लिया इससे यह समझ में आया कि खो नागोरियां थाना मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को गुमराह कर भू माफिया को मदद कर रहा हैं वहीं इस पुलिस कर्मी ने भू माफिया से समझौता करने का दबाव भी ग्राम वासियों पर बनाया.
दूसरी और आंदोलन के चौथे दिन रणनीतिक बदलाव करते हुए अब तक आंदोलन रथ भूख हड़ताली स्वयंसेवकों को विश्राम देते हुए आगे के भूख हड़ताल को जारी रखते हुए चार नए स्वयंसेवक घुमंतू समाज के साथियों को शामिल किया गया. भारत जोड़ो मिशन सोसाइटी के पदाधिकारीयों ने बताया कि हम भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों से लड़ रहे हैं अतः हम गुरु शरण छाबड़ा की तरह शहीद होकर बेकार नहीं होना चाहते हम घुमंतू कौम के खानदानी लड़ाके हैं और प्रजातंत्र के तरीके से सरकार से लड़कर अपना हक लेना जानते हैं, उन्होंने आगामी रविवार को सभी घुमंतू समाज के सामाजिक संगठनों के नेताओं से घुमंतू समाज के हक और अधिकार के लिए धरना स्थल पर एकजुट होने का आह्वान किया हैं , और पत्रकारों तथा सामाजिक संगठनों एवं अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं से अपील की हैं कि उनकी लड़ाई सदियों से खानाबदोश जीवन जी रहे घुमंतू समाज को मुख्य धारा से जोड़ने की हैं जो मजबूरी में कचरा बीन कर अपना जीवन यापन कर रहे हैं क्योंकि पूर्व में घुमंतु समाज को जंगली जानवरों को पड़कर उन्हें नचवाकर या बेचकर गुजारा करने की आजादी थी अब बदले कानून में यह असम्भव हो गया हैं ऐसे में मोदी जी ने एवं भाजपा सरकार ने घुमंतू समाज के लिए जो उत्थान का आदेश भेजा हैं उसे निचले स्तर पर लागू करवाने में भूमाफिया आड़े आ रहे हैं इस अवसर पर देशभक्त नागरिकों को चाहिए कि वह अपना स्वार्थ भूलकर हमारी इस लड़ाई में मदद करें. धरना दे रहे घुमंतू समाज के लोगों ने कहा कि वह मरते दम तक अपनी लड़ाई लड़ते रहेंगे चाहे प्रशासन साथ दे या ना दे.
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