अंग दान कर अनेक लोगों जीवन दान..!
झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में हआ अंगदान,
ब्रेन डेड व्यक्ति का हार्ट, लिवर, किडनी, लंग्स, कॉर्निया देंगे अन्य मरीजों को जीवनदान,
कई लोगो को जीवन दे गया विष्णु प्रसाद
झालावाड़ (राजेश परिहार)
एंकर इंट्रो_ झालावाड़ मेडिकल कॉलेज एवं जिला अस्पताल के लिए आज का दिन बड़ा उपलब्धि भरा रहा। झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में महज 7 महीने के भीतर दूसरी बार अंगदान का प्रयास सफल हुआ है। झालावाड़ जिले के मानपुरा पीपाधाम निवासी एक व्यक्ति को ब्रेन डेड घोषित किया गया था। जिसके बाद मृतक के परिवार ने प्रशासन और चिकित्सकों की टीम के प्रयासों के बाद सहमति जताई और ब्रेन डेड बॉडी का हार्ट, किडनी लिवर, लंग्स और कॉर्निया डोनेट किए गए।
VO 1_ गौरतलब हैं कि झालावाड़ जिले का मानपुर पीपा धाम निवासी विष्णु प्रसाद का अपने भाई के साथ कोई झगड़ा हुआ था। हेड इंजरी के कारण चिकित्सक उसे नहीं बचा पाए और विष्णु प्रसाद की बॉडी ब्रेन डेड हो गई। ऐसी हालत में झालावाड़ मेडिकल कॉलेज एवं जिला अस्पताल प्रशासन ने मृतक के परिजनों के साथ काउंसलिंग की और उन्हें अंगदान के महत्व के बारे में बताया। प्रशासन और चिकित्सको की टीम की काउंसलिंग के बाद मृतक के परिजन विष्णु प्रसाद की बॉडी के अंग डोनेट करने को सहमत हो गए। ऐसे में जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग द्वारा अंगदान की प्रक्रिया से लेकर ऑर्गन ट्रांसप्लांट तक की प्रक्रिया की तैयारी पूरी की गई।
जयपुर एसएमएस हॉस्पिटल के विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम को झालावाड़ मेडिकल कॉलेज भेजा गया। जिनके द्वारा आज सुबह मृतक विष्णु प्रसाद के शरीर से हार्ट, किडनी, लीवर, लंग्स तथा कॉर्निया को बाहर निकाला गया और कोल्ड चैन क्रिएट कर विशेष बॉक्स में पैक कर एयर एंबुलेंस के माध्यम से जयपुर तथा जोधपुर भिजवा दिए गए। झालावाड़ से 10:15 पर हेलीकॉप्टर से लिवर और एक किडनी को लेकर 1 घंटा 15 मिनट में जोधपुर एम्स पहुंचाया गया।
अंगों को शरीर से निकाले जाने के बाद एयर एम्बुलेंस तक पहुंचाने के लिए जिला अस्पताल से पुलिस लाइन परिसर तक ग्रीन कॉरिडोर तैयार किया गया और कम से कम समय में अंगों को एयरलिफ्ट करवाने के लिए एंबुलेंस तक भिजवाया। जिसके बाद तुरंत तरीके से एयर एंबुलेंस जयपुर के लिए रवाना हो गई।
डोनेट ऑर्गन्स को बॉडी से बाहर निकलने से लेकर झालावाड़ से एयरलिफ्ट करवाने तक की प्रक्रिया में जिला प्रशासन पुलिस विभाग और चिकित्सा विभाग की बड़ी टीम मुस्तैद रही।
झालावाड़ जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ खुद भी पूरी प्रक्रिया के दौरान झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के ऑपरेशन थिएटर के बाहर मौजूद रहे। इस दौरान डीएम अजय सिंह राठौड़ ने मृतक के परिजनों का खास आभार जताते हुए उनका आत्मविश्वास बढ़ाया और कहा कि उनके द्वारा दान करवाए गए अंगों से कई लोगों को नया जीवनदान मिलेगा।
उधर मृतक के पिता हरिया ने भी अंगदान की प्रक्रिया पर खुशी जताते हुए कहा कि उनके बेटे के अंग कुछ अन्य मरीजों को जीवनदान देंगे, यह उनके लिए जीवन भर खुशी देने वाली बात रहेगी।
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